Tuesday, September 23, 2014

उनतीस नियम

जाम्भोजी द्वारा प्रवर्तित इस सम्प्रदाय के अनुयायियों के लिए उनतीस नियमों का पालन करना आवश्यक है। इस सम्बन्ध में एक कहावत बहुत प्रसिद्ध है, जो इस प्रकार है –
१) प्रतिदिन प्रात:काल स्नान करना।
२) ३० दिन जनन – सूतक मानना।
३) ५ दिन रजस्वता स्री को गृह कार्यों से मुक्त रखना।
४) शील का पालन करना।
५) संतोष का धारण करना।
६) बाहरी एवं आन्तरिक शुद्धता एवं पवित्रता को बनाये रखना।
७) तीन समय संध्या उपासना करना।
८) संध्या के समय आरती करना एवं ईश्वर के गुणों के बारे में चिंतन करना।
९) निष्ठा एवं प्रेमपूर्वक हवन करना।
१०) पानी, ईंधन व दूध को छान-बीन कर प्रयोग में लेना।
११) वाणी का संयम करना।
१२) दया एवं क्षमाको धारण करना।
१३) चोरी,
१४) निंदा,
१५) झूठ तथा
१६) वाद – विवाद का त्याग करना।
१७) अमावश्या के दिनव्रत करना।
१८) विष्णु का भजन करना।
१९) जीवों के प्रति दया का भाव रखना।
२०) हरा वृक्ष नहीं कटवाना।
२१) काम, क्रोध, मोह एवं लोभ का नाश करना।
२२) रसोई अपने हाध से बनाना।
२३) परोपकारी पशुओं की रक्षा करना।
२४) अमल,
२५) तम्बाकू,
२६) भांग
२७) मद्य तथा
२८) नील का त्याग करना।
२९) बैल को बधिया नहीं करवाना।

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